सर्वधर्म प्रार्थना के बीच नये संसद भवन के निर्माण के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भूमि पूजन संपन्न।
Date: 10/12/2020
ग्लोबल खबर globalhabar.com
साल 2022 में देश की स्वतंत्रता के 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर देश को नया संसद भवन मिल जायेगा। इसके लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद के हाथों नये संसद भवन के निर्माण के लिये भूमिपूजन संपन्न हुआ सर्वधर्म प्रार्थना के बीच। यह नये संसद भवन सेंट्रल विस्टा योजना के तहत बनाया जा रहा है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये संसद भवन के निर्माण के लिए शिलान्यास किया दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर( 10 दिसंबर 2020 ) ।
- सर्वधर्म प्रार्थना का सभा आयोजन किया गया।
- लोक सभा अध्यक्ष हैं ओम बिरला। उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हैं एम वेंकैया नायडु। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद वेंकटेश जोशी, आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप एस पुरी, राज्यसभा के उप सभापति हरि वंश नारायण सिंह हैं।
- राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडु (उप-राष्ट्रपति) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 5 अगस्त 2019 को क्रमशः राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही के दौरान नए संसद भवन के लिए प्रस्ताव पेश किया था।
- नया संसद भवन का निर्माण वर्तमान संसद भवन के समीप लगे प्लॉट संख्या 118 पर किया जा रहा है।
- चार मंजिला नये संसद भवन 64500 स्क्वायर मीटर में होगा। साल 2022 तक बनकर तैयार होने वाले नये संसद भवन की लागत 971 करोड रूपये है।
- नये संसद भवन परिसर में सभी सांसदों के लिए दफ्तर होगा। इस नये संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद स्थित HCP मैनेजमेंट ने किया है। और निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा किया जाएगा।
- नये संसद भवन में कुल 1224 सांसदों के बैठने की सुविधा होग। इनमें 888 लोकसभा के और राज्यसभा के384 सांसदों के बैठने की सुविधा होगी।
- पुराने संसद भवन की तरह नये संसद भवन में सेंट्रल हॉल नहीं होगा। लोक सभा को इतनी क्षमता का बनाया जायेगा कि इसमें दोनों सदन के सांसद एक साथ बैठ सकेंगें।
- नये भवन में एक भव्य संविधान कक्ष होगा जिसमें संविधान से संबंधित सभी तथ्यों को रखा जायेगा।
- नया संसद भवन तिकोना होगा।
ऐतिहासित संसद भवन :
- मौजूदा संसद भवन के शिलान्यास 12 फरवरी 1921 को किया गया था और यह 1927 में बन तैयार हुआ था। इसे अंग्रेजी सरकार ने बनवाया था।
- मौजूदा संसद भवन सर एडवर्ड लुटियंस, सर हॉर्बर्ट बेकर की नेतृत्व में बन तैयार हुई। यह दुनिया के सबसे शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर में से एक है।
- इसका उद्घाटन 18 जनवरी 1927 को तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन ने किया था।
- आजादी से पहले बने इस संसद भवन को बनाने में लगभग 83 लाख रूपये खर्च हुए थे। और यह वृतकार भवन है। नये संसद भवन को पूरी तरह से आधुनिक बनाने की योजना है। पुराने संसद भवन में भी काम चलता र हेगा लेकिन इस ऐतिहासिक धरोहर को बतौर म्यूजियम के तौर पर रखा जायेगा। नये संसद भवन सेंट्रल विस्टा योजना के तहत बनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत राष्ट्रपति भवन, साउथ ब्लॉक व नॉर्थ ब्लॉक का नवीनीकरण किया जायेगा।