पार्टी के अंदर एकजुटता और अनुशासन बनाये रखना बेहद जरूरी : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी।
Date: 27/10/2021
ग्लोबल ख़बर globalkhabar.com
आगामी पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी ने पार्टी नेताओं के मनोबल को मजबूती देने का कार्य शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन राज्यों में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और नेता कमर कस रहे हैं। हमारा चुनाव अभियान समाज के सभी तबकों के साथ चर्चा के बाद सामने आई ठोस नीतियों एवं कार्यक्रमों के आधार पर होना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 26 अक्टूबर को पार्टी महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों व प्रदेश प्रभारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी के अंदर एकजुटता और अनुशासन बनाये रखना बेहद जरूरी है। राज्य स्तर के नेताओं के बीच नीतिगत मुद्दों पर समन्वय का अभाव है। इसे दूर करना जरूरी है। उन्होंने नरेंद्र मोदी की सरकार पर निशाना साधते हुए पार्टी नेताओं से कहा कि यदि लड़ाई जीतनी है तो जनता के समक्ष बीजेपी और आरएसएस के‘दुष्प्रचार’एवं ‘झूठ’को बेनकाब करना होगा। संकल्प के साथ लड़ना होगा और उनके झूठ को बेनकाब करना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि -
- हमें सरकार के दमन के शिकार पीड़ितों के लिए अपनी लड़ाई को दोगुनी ताकत देनी चाहिए, चाहे वह हमारे किसान और खेतिहर मजदूर हों, रोजगार के लिए लड़ते युवा हों, छोटे एवं मझोले कारोबारी हों या फिर हमारे वंचित भाई-बहन हों।
- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी रोजाना विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण और विस्तृत बयान जारी करती है। परंतु यह अनुभव किया गया है कि ब्लॉक और जिला स्तर के हमारे कार्यकर्ताओं तक यह नहीं पहुंचता। नीतिगत मुद्दे हैं जिन पर पर मुझे स्पष्टता एवं समन्वय के अभाव का पता चलता है तथा यह हमारे राज्य स्तर के नेताओं के बीच भी है।
- आपको हमारे कार्यकर्ताओं को इस तरह प्रशिक्षित करना होगा कि वह भाजपा / आरएसएस की ओर से चलाए जा रहे दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार का मुकाबला कर सकें। आपको हमारे कार्यकर्ताओं को ऐसे भी प्रशिक्षित करना है कि वह कांग्रेस की विचारधारा को बरकरार रखते हुए, और आगे बढ़ाते हुए, लड़ाई लड़ें।-
- मोदी सरकार ने संस्थाओं को नष्ट करने का प्रयास किया है ताकि वह जवाबदेही से बच सके। उसने संविधान के आधारभूत मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास किया है ताकि वह खुद के लिए निचले स्तर के लिए मानक रख सके। उन्होंने हमारे लोकतंत्र की बुनियादी बातों को सवालों को घेरे में खड़ा किया।
- हमारा अपना इतिहास इस तथ्य का साक्षी है कि अगर अन्याय और असमानता के खिलाफ संगठन को सफल होना है, अगर कमजोरों के अधिकारों के लिए प्रभावी पैरोकार बनना है तो इसे जमीनी स्तर पर व्यापक आंदोलन का रूप लेना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने हमारी संस्थाओं को नष्ट करने का प्रयास किया है ताकि वह जवाबदेही से बच सके। उसने संविधान के आधारभूत मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास किया है ताकि वह खुद के लिए निचले स्तर के लिए मानक रख सके। उसने हमारे लोकतंत्र की बुनियादी बातों को सवालों को घेरे में खड़ा किया । उन्होंने यह भी कहा कि इस वादे को सही मायने में सार्थक बनाने के लिए संगठन में समाज के सभी हिस्सों को ज्यादा प्रतिनिधित्व देना होगा। उन्होंने कहा कि मैं फिर इस बात पर जोर देना चाहूंगी कि अनुशासन और एकजुटता की जरूरत है। आप और हम सबके लिए यह मायने रखता है कि संगठन मजबूत हो। यह व्यक्तिगत आकांक्षाओं से ऊपर होना चाहिए। इसी में सामूहिक और व्यक्तिगत दोनों सफलताएं निहित हैं।
पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा अन्य महासचिव, प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष शामिल हुए। आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। इसके साथ ही फैसला हुआ था कि 14 से 29 नवंबर के बीच महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा।
नोट - इनपुट न्यूज एजेंसी भाषा।
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