पाकिस्तान में महंगाई चरम पर। खरीदारी के लिये डॉलर की भारी कमी।

Date: 28/01/2023

ग्लोबल खबर globalkhabar.com

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की एक पंक्ति है कि चिंगारी का खेल बहुत बूरा होता है यह सदा आग लगाने वाले के घर हीं खरा होता है। यह पाकिस्तान के लिये एकदम सटीक है। उसने भारत के खिलाफ जबरदस्त षडयंत्र किये। देश से लेकर विदेशों तक में और आतंकवाद से लेकर युद्ध तक के षडयंत्र किये। लेकिन  भारत ने अपनी रक्षा में उसके हर एक-एक षडयंत्र का सामना किया। लेकिन आज पाकिस्तान अपनी करतूतों के कारण विनाश के कगार पर आ पहुंचा है।  पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। 

इन दिनों पाकिस्तान में मंहगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी है। या यूं कहें कि लगभग समाप्त हो गया है तो गलत नहीं होगा। विदेशों से किसी वस्तु का आयात करना संभव नहीं। पाकिस्तानी बंदरगाहों पर विदेशों से आये कंटेनर भरे पड़े हैं। लेकिन खरीदारों के पास भुगतान के लिये डॉलरों की कमी है। पाकिस्तान की सरकार ने डॉलर कमी की वजह से भुगतान पर रोक लगा रखी है। हालात ऐसे हैं कि समय पर खाने पीने की वस्तुएं नहीं मिल पा रही। कपड़े दवाईयां सभी चीजों की कमी हो गई है। 

- विदेशी एयरलाइंस ने डॉलर पर लगी पाबंदी की वजह से सेवाएं बंद करने की चेतवानी दी है।,

- भारी बिजली संकट है। बड़े-बड़े शहरों तक में 12 घंटे से अधिक तक बिजली कट रही है।

- बिजली को बचाने के लिये कपड़ों के मिलें बंद करनी पड़ रही है। 

- खाने-पीने की वस्तुओं की भारी किल्लत है। आसमान छू रहीं महंगाई के बावजूद सामान नहीं मिल रहा।

- खाने-पीने की वस्तुओं के लिये लोग आपस में झगड़ रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ ने मदद करने के बदले कई ऐसी शर्ते रख दी है जो पाकिस्तान को स्वीकार नहीं। यदि पाकिस्तान आईएमएफ की शर्ते नहीं मानता है तो पाकिस्तान को डिफॉल्टर भी घोषित किया जा सकता है। इतना हीं अफगान से लगे सीमा पर युद्ध जैसी स्थिति है। लगातार दोनों ओर से रूक रूक कर फायरिंग होते रहती है। पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में अलग-अलग देश की मांग की जाने लगी है।  



Web Id Maker
Web Id Maker